बागेश्वर धाम सरकार की और से श्री हनुमंत कथा का आयोजन किया जा रहा है धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कथा के दूसरे दिन बोलते हुए कहा कि राजस्थान के लोगों अगर तुम्हें संकट मिटाना है तो तुम दुनिया के दूसरे मजहब के चक्कर में मत देखो उन्होंने कहा कि वर्तमान में राजस्थान की कुछ भोले भाले हिन्दू अपने सनातन को छोड़कर के हुहा के चक्कर में फंस रहे हैं उन्होंने कहा कि हमारी प्रार्थना है हमारे हनुमान जी भी किसी से काम नहीं है अपना सनातन धर्म किसी से काम नहीं है तुम्हें लगता होगा हम हनुमान जी की कथा सुनाने आए हैं सच बात तो यह है आपसे हम कहना चाहते हैं गौरव होना चाहिए राजस्थान के सांचौर में विश्व की सबसे बड़ी गौशाला है राजस्थान के लोगों को गर्व करना चाहिए तुम्हारे यहां तो मेहंदीपुर बालाजी सालासर बालाजी विराजे हैं उन्होंने कहा कि राजस्थान के लोगों आपको उन पर भी गर्व होना चाहिए मीराबाई ने विष को भी अमृत मान कर पी लिया था

तुम उसे धरती के वीर हो जहां पाकिस्तान अपने बम बारूद फेंकते फेंकते नाको चने चबा गया उसके फैंके गोला बारूद अभी भी पाकिस्तान के बॉर्डर पर विराजमान तनोट माता जहां रखें है और कहा कि यहां भारत तुम्हारा अब्बा का भी अब्बा है और पाकिस्तान को ललकारते हुए कहा कि पाकिस्तान वालों अगर तुम्हारे पास अब्बा है तो भारत के पास बागेश्वर बब्बा है। उन्होंने कहा कि अगर कुछ और बोलेंगे तो उनको दिक्कत हो जाती है हम कुछ भी बोल देते हैं तो कई लोगों को आग लग जाती है और कहा कि हम हिंदू है कहने से चूकेंगे नहीं और कहा कि अगर हुआ मेरे धर्म पर घात तो मैं प्रतिघात करूंगा क्योंकि मैं हिंदू हूं इसलिए हिंदुत्व की बात करूंगा।

कहां की राजस्थान के लोगों तुम्हें गर्व होना चाहिए हम सांचौर में कथा सुनते नहीं आए हैं तुम्हें जगाने आए हैं भारत अकबर का या बाबर का नहीं रघुवर का भारत है। राजस्थान कोई साधारण भूमि नहीं वीरों की भूमि है यह हीरो की भूमि है वीरांगनाओं की भूमि है भक्ति की भूमि है एकता की भूमि है प्रेमत्व, संगार की भूमि है, राजस्थान भाव की भूमि है। आज तक यहां परंपरा जीवित है और बोलते हुए कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा यह हमारी टिप्पणी नहीं है हमारा सपना है यह होकर रहेगा और कई अगर 125 बार संविधान में संशोधन हो सकता है तो हिंदू राष्ट्र के लिए हो जाएगा क्या गड़बड़ है लोगों को लगता होगा हम नफरत वाले हैं हम नफरत वाले नहीं हैं हमारे पर ख़बरें जोड़ी जाती है क्योंकि धर्म विरोधी अपना नाम बढ़ाने के लिए अपनी ठठरी और गठरी बचाने के लिए कर रहे हैं।